Covid19 के बाद कई लोगों की नौकरियाँ चली गई। इतने बड़े lockdown के बाद ज्यादातर लोगों को दोबारा नौकरी नहीं मिली, लेकिन घर चलाने के लिए और अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए एक इन्सान के पास कोई नौकरी या अपना खुद का कोई काम ज़रूर होना चाहिए।
ऐसे समय पर कई लोग गूगल पर यही ढूँढ़ते हैं की बैंक से लोन कैसे लिया जाता है? [bank se loan kaise liya jata hai]
और आपकी ये खोज हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ने के बाद ख़त्म हो जाएगी। इस आर्टिकल को हमारे Mortgage Staff ने लिखा है, जिसे ऋण-सेवाओं में पूरे 8 साल का अनुभव है। यदि आप ये आर्टिकल पूरा पढ़ते हैं तो आपको कहीं से कुछ और पढ़ने की ज़रुरत नहीं रहेगी।
तो चलिए पूरे विस्तार से जानते हैं की बैंक से लोन कैसे लिया जाता है [bank se loan kaise liya jata hai], लोन होता क्या है? लोन कितने प्रकार के होते हैं और बहुत कुछ।
लोन क्या होता है? (What’s Mortgage?)
हम सभी बैंक के पास अपना बचत खाता (Saving Account) खुलवाते हैं और फिक्स्ड डिपाजिट (Fastened Account) भी करवाते हैं। जिस पर बैंक हमें 2% – 7% तक ब्याज देता है। हमारे इसी पैसे को बैंक जब उन लोगों को ब्याज पर देता है जिन्हें पैसे की किसी ना किसी काम के लिए ज़रुरत होती है, तो उसे लोन कहते हैं। बैंक लोन ज्यादातर 10% – 20% के ब्याज पर देता है।
इसका मतलब बैंक आपके पैसे को 2% – 7% प्रतिशत पर लेकर, आगे 10% – 20% पर दे देता है, सीधे-सीधे 8% से 13% प्रतिशत का फायदा। इससे हम ये कह सकते हैं, की लोन देकर ही बैंक कमाई करता है।
बैंक की कमाई का सबसे बड़ा साधन लोन देना ही है।
लोन कितने प्रकार के होते हैं? Kinds of Mortgage
बैंक से लोन कैसे लिया जाता है (financial institution se mortgage kaise liya jata hai) और कौन सा लेना चाहिए ये जानने से पहले मैं आपको कुछ खास और frequent बातें बताना चाहता हूं जो, कोई भी लोन लेने पर समान ही रहती हैं। जैसे की:-
- आपके पास एक पक्का Earnings Supply होना चाहिए।
- आपने कम से कम दो साल की Earnings Tax return file की होनी चाहिए। एजुकेशन लोन (Training Mortgage) में स्टूडेंट के लिए इसमें छूट दी गयी है]
- आपके पास लोकल Deal with proof होना चाहिए।
- यदि आपकी महीने की इनकम बैंक के नियमों के अनुसार कम है तो आपके पास कोई गारंटर होना चाहिए। गारंटर ऐसा होना चाहिए जिसकी CIBIL ठीक हो और जो किसी और के लोन में गारंटर ना हो।
- बैंक गारंटर की भी इनकम देखता है और गारंटर ने भी कम से कम 2 साल की अपनी इनकम टैक्स रिटर्न फाइल की होनी चाहिए
- Training लोन या फिर होम लोन के case में आपके पास गिरवी रखने के लिए कोई ना कोई जमीन या जगह होनी चाहिए। हालांकि Training लोन में कुछ ऐसे नियम भी हैं जिनमें इसमें छूट दी गई है उसके बारे में हम विस्तार से नीचे पढ़ेंगे।
- यदि आपने पहले कहीं से लोन ले रखे हैं तो वह सभी लोन common होने चाहिए यानी कि सभी की किश्त [EMI] समय पर जमा हुई होनी चाहिए। आपका कोई भी लोन NPA नहीं होना चाहिए और कोई भी किश्त late जमा नहीं होनी चाहिए। यह सारी चीजें बैंक आपकी CIBIL में verify करता है।
चलिए अब देख लेते हैं कि अपनी जरूरत के हिसाब से बैंक से लोन कैसे लिया जाता है (financial institution se mortgage kaise liya jata hai)
पर्सनल लोन – Private Mortgage
किसी भी निजी जरूरत जैसे की शादी के लिए, ईलाज के लिए, बाहर जाने के लिए आप बैंक से पर्सनल लोन ले सकते हैं। इसका एक सबसे बड़ा फायदा यह होता है की आपको एक ही बार में सारे पैसे बैंक से मिल जाते हैं और बदले में, होम लोन या गाड़ी के लोन की तरह आपको कोई बिल वगैरा बैंक में जमा नहीं करवाने पड़ते।
आज 2024 में पर्सनल लोन लेना बहुत ही आसान हो गया है। अब आपको बैंक के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। लगभग अब हर एक बैंक अपनी मोबाइल बैंकिंग से ही घर बैठे बिना किसी doc को जमा कराए, पर्सनल लोन दे रहा है। इसे Pre-Authorized Private Mortgage कहते हैं।
Learn Suggestion: SBI Private Mortgage 2024
यह लोन लेने के लिए इन शर्तों का पूरा होना जरूरी है।
- आपके पास पक्की नौकरी होनी चाहिए और कम से कम आपका सैलरी खाता 12 महीने पुराना होना चाहिए। आपकी सैलरी आपके बैंक खाते में ही आनी चाहिए।
- मान लीजिए आपका सैलरी खाता पंजाब नैशनल बैंक में है लेकिन आपके काम की जगह या रहने की जगह के आस पास पंजाब नैशनल बैंक की कोई शाखा नहीं तो आप किसी भी बैंक से पर्सनल लोन ले सकते, लेकिन उसके लिए आपको बैंक की verify off facility लेनी पड़ेगी। इसका मतलब की आपको अपने सैलरी खाते में ECS लगवाना पड़ेगा जिससे हर महीने EMI का पैसा आपके सैलरी खाते से कटकर अपने आप आपके लोन खाते में जमा हो जाए।
पेंशन लोन – Pension Mortgage
पेंशन लोन भी पर्सनल लोन की तरह होता है। पर्सनल लोन और पेंशन लोन में केवल इतना फर्क है कि पेंशन लोन आपको आप की पेंशन के in opposition to दिया जाता है, यानी कि आपकी रिटायरमेंट के बाद जो आपको पेंशन मिलती है उस पर।
इसमें भी आपकी CIBIL verify [credit score] की जाती है और आप की इनकम देखी जाती है। आप 70 साल की उम्र तक पेंशन लोन ले सकते हैं। आप Pre-Authorized Private Mortgage में भी पेंशन लोन ले सकते हैं।
पर्सनल लोन और पेंशन लोन में ब्याज दरें लगभग समान ही रहती हैं। दोनों में ब्याज दरें लगभग 10% से लेकर 15 % तक रह सकती है, और प्राइवेट बैंक्स में ब्याज दर 24% तक जा सकती है.
गोल्ड लोन – Gold Mortgage
मुथूट फाइनेंस जैसी कंपनी ने गोल्ड लोन काफी चर्चित बना दिया था जिसके बाद कई सरकारी और निजी बैंकों ने गोल्ड लोन को प्राथमिकता देना शुरू कर दिया। यदि आपके पास अच्छा खासा गोल्ड है तो आप उसको बैंक में गिरवी रखकर लोन ले सकते हैं।
इससे आपकी जरूरत भी पूरी हो जाती है और आपका सोना बैंक के पास सुरक्षित रहता है।
कार लोन – Automotive Mortgage
खुद की कार लेना हर किसी का सपना होता है और यह सपना आप कार लोन लेकर पूरा कर सकते हैं। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि पढ़ाई के लिए दिया जाने वाला एजुकेशन लोन, कार लोन से ज्यादा महंगा होता है।
बैंक आपको प्रोत्साहित करते हैं कि आपके पास अपनी खुद की गाड़ी हो। समय-समय पर बैंक इसके लिए कई provides निकालता रहता है जिनमें Processing charges, documentation expenses और दूसरे तरह के expenses को माफ कर दिया जाता है। इन provides में ग्राहक को सिर्फ cibil फीस देनी पड़ती है और कोई भी फीस नहीं लगती।
कार लोन आपको बड़ी ही आसानी से एक ही दिन में मिल जाता है। कार लोन में ब्याज दर लगभग 8% से लेकर 10.50% तक रहती है। बैंक आपको Ex-showroom value, 1 साल की RTO charges और 1 साल के इंश्योरेंस का 80% तक कार लोन कर देती है। कार लोन को चुकाने का कुल समय 84 महीने तक का होता है।
एजुकेशन लोन – Training Mortgage (शिक्षा ऋण)
जैसा कि हमने आपको बताया था कि Training लोन कार लोन से महंगा होता है तो इसका ब्याज दर 10% से लेकर 15% तक जा सकता है। यदि आप Rs. 7.50 लाख तक का लोन लेते हैं तो आप को बैंक से बिना किसी safety के लोन मिल जाता है यानी कि आप बिना कुछ भी गिरवी रखे बैंक से 7.50 लाख तक का schooling लोन ले सकते हैं।
इसके लिए सबसे पहले आपको भारत सरकार के विद्यालक्ष्मी पोर्टल पर खुद को रजिस्टर करना पड़ता है। पोर्टल पर रजिस्टर करने के बाद उसकी कॉपी आपको अपने सभी Qualification paperwork के साथ बैंक में जमा करवानी पड़ती है।
बैंक का आपको डिप्लोमा करने, कोई डिग्री करने या कोई भी स्पेशल कोर्स करने के लिए schooling mortgage देता है। लेकिन एक बात आपको याद रखनी है कि बैंक आपको Overseas जाने के लिए सिर्फ और सिर्फ डिग्री के लिए ही लोन देता है।
यदि आप बाहर जाकर कोई डिप्लोमा करना चाहते हैं तो आप को बैंक से schooling mortgage नहीं मिलेगा, हां यदि आप भारत में रहकर ही कोई डिप्लोमा करना चाहते हैं तो आपको बैंक से लोन आसानी से मिल जाएगा।
यदि आपको Training mortgage Rs. 7.50 लाख से ऊपर लेना है तो आपको बैंक के पास अपनी कोई जमीन या जगह गिरवी रखनी पड़ती है।
होम लोन – Residence Mortgage
जिस तरह कार लेना हर किसी का सपना होता है उसी तरह से खुद का घर लेना भी सभी का सपना होता है और इस सपने को आप होम लोन लेकर पूरा कर सकते हैं। 30 लाख तक का लोन आपको प्रधानमंत्री आवास योजना के अंदर मिल जाता है (यदि आपने पहले कहीं से लोन ना ले रखा हो तो), जिसमें आपको सरकार से सब्सिडी भी मिलती है।
होम लोन Precedence सेक्टर में आता है। Precedence सेक्टर का मतलब है ऐसे क्षेत्र जिनमें लोन देना अनिवार्य है, जो मनुष्य की प्रथम आवश्यकता है, जैसे कि सर पर छत का होना यानी कि खुद का घर होना।
होम लोन भी आपको 8% से 10.50% तक के ब्याज दर पर आसानी से मिल जाता है। जिस घर को आप लोन पर लेते हैं बैंक उसी घर को अपने पास गिरवी रख लेता है और जब आपका लोन पूरा हो जाता है तो आपको आपके घर के सभी कागज वापस कर देता है।
होम लोन पर आपको ओवरड्राफ्ट की facility भी मिल जाती है। इस ओवरड्राफ्ट से आप अपना कोई भी पर्सनल काम कर सकते हैं, इसके लिए आपको बैंक को कोई भी बिल देने की जरूरत नहीं होती।
बिज़नेस लोन – Enterprise Mortgage
कोरोना के बाद हर कोई अपना बिजनेस करना चाहता है और ज्यादातर लोग बैंक से बिजनेस लोन लेना चाहते हैं। भारत सरकार ने बहुत सारी सुविधाएं शुरू की हुई हैं जैसे कि प्रधान मंत्री एंप्लॉयमेंट जनरेशन स्कीम के अंतर्गत आप बैंक से 50 लाख तक का लोन ले सकते हैं।
इसके अलावा आप बैंक से कैश क्रेडिट जिसे वर्किंग कैपिटल लोन भी कहा जाता है ले सकते हैं। यदि आपने अपनी फैक्ट्री के लिए कोई मशीन लेनी है तो वह भी आप बैंक से ले सकते हैं।
बिजनेस लोन ज्यादातर 8% से लेकर 10% के ब्याज दर पर मिल जाता है। इसके लिए भी बैंक के पास आपको कुछ ना कुछ गिरवी रखना पड़ता है जैसे कि यदि आप क्या Money Credit score यानी कि वर्किंग कैपिटल [Working Capital] लोन लेते हैं तो उसके लिए आपको अपनी दुकान या अपनी दुकान का सामान जिसकी कीमत दिए गए लोन के ज्यादा हो तो, उसे आप को गिरवी रखना पड़ता है
कृषि क्रेडिट कार्ड – Krishi Credit score Card
किसान क्रेडिट कार्ड किसानों में बहुत ज्यादा प्रचलित है। लगभग हर किसान अपने खेत और खेत में होने वाली फसल को गिरवी रखकर KCC जरूर लेता है। KCC आपको 8% से 10% पर आसानी से मिल जाती है।
इसके लिए सभी बैंक के पास एक Particular Agriculture ऑफिसर होता है। जो आपके घर और खेत पर go to करके इस चीज का मूल्यांकन करता है कि आपको कितना लोन दिया जा सकता है।
मुद्रा लोन – Mudra Mortgage
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुद्रा लोन की शुरुआत की थी। इसके अंतर्गत आप शिशु scheme में 50,000, किशोर scheme में 50,000 से 5,00,000 तक और तरुण scheme में 10,00,000 तक का लोन ले सकते हैं। 2 लाख तक का लोन आपको बिना किसी मार्जिन के मिल जाता है।
स्वनिधि लोन – Svanidhi Mortgage
प्रधानमंत्री Svanidhi Mortgage के अंतर्गत उन सभी को लोन दिया जाता है जो बाजार में ठेला लगाते हैं। इसके लिए उन्हें अपनी Road Vendor ID लेनी पड़ती है। यह Vendor ID उन्हें Municipal Workplace से मिल जाती है। पीएम Svanidhi के अंतर्गत आप अधिकतम तीन बार लोन ले सकते हैं।
पहली बार बैंक से आपको 10,000 तक का लोन मिलता है. यदि आप इस लोन को बिना देरी के समय पर चुका देते हैं तो आपको दूसरी बार 20,000 तक का लोन मिल जाता है और यदि आपने इस बार भी बिना किसी देरी के समय पर लोन को चुका दिया तो आपको तीसरी बार 50,000 तक का लोन आसानी से मिल जाता है।
इस लोन में सबसे ज्यादा ध्यान रखने वाली बात यही है कि यह लोन खराब नहीं होना चाहिए।
Mortgage Towards Fastened Deposit
यदि आपके पास अच्छी खासी Fastened Deposit है और आपको एकदम से पैसे की जरूरत आ पड़ी है और आप अपनी Fastened Deposit को तोड़ना नहीं चाहते तो आप अपनी Fastened Deposit के in opposition to लोन ले सकते हैं।
जितने प्रतिशत पर आपको बैंक फिक्स डिपाजिट देता है उससे एक परसेंट ऊपर आपको उसके in opposition to लोन मिल जाता है। जैसे कि यदि बैंक ने आपको 7 परसेंट पर फिक्स डिपाजिट दिया है तो आपको उसके in opposition to 8% पर लोन मिल जाएगा।
कुछ लोग अपने Credit score Rating को अच्छा करने के लिए बार-बार ऐसे लोन लेते हैं और इनका भुगतान जल्दी समय पर कर-करके अपने सिबिल स्कोर को अच्छा कर लेते हैं।
कई लोग ऐसे loans को क्रेडिट कार्ड के बदले भी यूज़ करते हैं. फिक्स डिपाजिट के बदले क्रेडिट कार्ड कैसे लिया जाता है उसके लिए आप हमारा यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं [Credit Card against Fixed Deposit]
इस सभी के अलावा आप अपने PPF [Public Provident Fund] अकाउंट पर भी लोन ले सकते हैं, किसी प्रॉपर्टी के बदले भी लोन ले सकते हैं, अपनी LIC की पॉलिसी के बदले भी लोन ले सकते हैं और आपके नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट के बदले भी लोन ले सकते हैं
तो अब आप जान चुके हैं कि बैंक कौन-कौन से लोन देता है और आप अपनी जरूरत के अनुसार कौन-कौन से लोन ले सकते हैं तो चलिए अब जानते हैं कि बैंक से लोन कैसे लिया जाता है [bank se loan kaise liya jata hai]
बैंक से लोन लेने के नियम
किसी भी बैंक से लोन लेने के लिए आपको नीचे दिए गए नियमों का पालन करना होगा:-
- सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि आपको कौन सा लोन लेना है, आपकी जरूरत क्या है? क्योंकि जब आप लोन लेने जाएंगे तो बैंक कर्मी आपसे यह सवाल पूछेगा कि आपको लोन लेना क्यों है तब आपके पास इसका सही और सटीक जवाब होना चाहिए।
- बैंक से लोन लेने के लिए ही नहीं, यदि आप किसी और भी काम से कभी बैंक जा रहे हैं तो आपको अपने साथ आपका आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासबुक और अपनी पासपोर्ट साइज फोटो जरूर लेकर जानी चाहिए।
- कई बार हम बैंक जा कर यह भूल जाते हैं कि हमें बैंक मैनेजर से क्या क्या पूछना था इसलिए आप को पहले से ही उन सभी सवालों को एक कॉपी या पेज या अपने फोन में लिख लेना चाहिए जो आपने बैंक मैनेजर से पूछने हैं।
- हो सके तो आपको पहले से ही, जो लोन लेना है, उसका एप्लीकेशन फॉर्म बैंक की वेबसाइट से डाउनलोड करके, उसका प्रिंट निकाल कर और उसको भरकर लेकर जाना चाहिए, इससे आपका बहुत समय बचेगा।
- जब भी आप बैंक से लोन लेने के लिए जाएं तो जो हमने आपको Level no. 2 पर paperwork बताए हैं उन सभी के साथ-साथ आपको अपनी इनकम टैक्स फाइल की रिटर्न, इनकम टैक्स पोर्टल का पासवर्ड और जो भी लोन आप लेना चाहते हैं उससे संबंधित सभी दस्तावेजों की नकल जरूर लेकर जानी चाहिए। इससे ना केवल आपके बैंक में लगने वाले चक्कर कम होंगे बल्कि आपका लोन भी जल्दी पास होगा।
तो चलिए अब देख लेते हैं कि कौन कौन से दस्तावेज देकर बैंक से लोन कैसे लिया जाता है? [bank se loan kaise liya jata hai]
बैंक से लोन लेने के लिए कौन कौन से डोक्युमेंट्स (Paperwork) चाहिए
पर्सनल लोन | बैंक का एप्लीकेशन फॉर्म, दो पासपोर्ट साइज फोटो, पिछले 2 साल की इनकम टैक्स रिटर्न, 12 महीने की सैलरी स्लिप, एक गारंटर यदि कहीं और से भी लोन ले रखा है तो उसकी अकाउंट स्टेटमेंट |
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पेंशन लोन | बैंक एप्लीकेशन फॉर्म, दो पासपोर्ट साइज फोटो, पेंशन पेमेंट ऑर्डर की कॉपी, पिछले 2 साल की इनकम टैक्स रिटर्न, बैंक अकाउंट स्टेटमेंट और एक गारंटर |
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गोल्ड लोन | बैंक एप्लीकेशन फॉर्म, दो पासपोर्ट साइज फोटो, बैंक गोल्ड की लोकल सुनार [Goldsmith] से valuation करवाता है |
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कार लोन | बैंक एप्लीकेशन फॉर्म दो पासपोर्ट साइज फोटो कार की citation 2 साल की इनकम टैक्स रिटर्न इनकम अगर कम है तो एक गारंटर ड्राइविंग लाइसेंस की कॉपी बैंक अकाउंट स्टेटमेंट |
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होम लोन | बैंक एप्लीकेशन फॉर्म दो पासपोर्ट साइज फोटो यदि घर खरीदना है तो उसके पिछले 13 साल के कागज यदि घर बनाना है तो उसकी पक्की रजिस्ट्री और नक्शा यदि घर में कुछ रिपेयर कराना है तो उसकी रजिस्ट्री और नक्शा और साथ में एक estimate पिछले 2 साल की इनकम टैक्स रिटर्न इनकम अगर कम है तो गारंटर |
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एजुकेशन लोन | बैंक एप्लीकेशन फॉर्म दो पासपोर्ट साइज फोटो दसवीं के बारहवीं के सभी सर्टिफिकेट, मार्कशीट के साथ जिस भी कॉलेज से पढ़ना है उसका प्रोस्पेक्टर्स प्रोस्पेक्टस में कोर्स की पूरी फीस का विवरण होना चाहिए यदि कोर्स Overseas में जाकर करना है तो उस यूनिवर्सिटी से ऑफर लेटर जिस यूनिवर्सिटी में पढ़ना है और उसका पूरा फीस construction लोन अगर 7.50 लाख से ऊपर लेना है तो जो प्रॉपर्टी बैंक के पास गिरवी रखनी है उसके कागज नक्शे के साथ |
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बिजनेस लोन | बैंक एप्लीकेशन फॉर्म दो पासपोर्ट साइज फोटो 2 साल की इनकम टैक्स रिटर्न कंपनी की बैलेंस शीट Projected बैलेंस शीट बैंक अकाउंट स्टेटमेंट दुकान के सारे कागज |
बैंक में जाकर कैसे बात करनी है?
जब भी आप बैंक में लोन लेने जाए तो आपके चेहरे पर बिल्कुल भी कोई घबराहट नहीं होनी चाहिए। आपको पूरे confidence के साथ बैंक में जाना है और अपने बिजनेस या फिर अपनी जरूरत को बैंक मैनेजर के सामने रखना है। आपको यह याद रखना है कि आप फ्री में बैंक से लोन नहीं ले रहे, बैंक जो आपको लोन देगा उस पर अच्छा खासा ब्याज आपसे चार्ज करेगा।
क्या पहनकर जाना है?
जब भी आप बैंक में लोन लेने जाए तो आपको फॉर्मल कपड़े पहन कर जाना चाहिए। यदि आपके पास फॉर्मल कपड़े नहीं है तो जितना हो सके उतना साफ-सुथरे कपड़े पहन कर जाएं ताकि आपका बैंक मैनेजर पर एक अच्छा इंप्रेशन पड़े।
सवालों का ज़वाब कैसे देना है?
यदि बैंक मैनेजर आपसे कोई भी सवाल करता है जैसे कि आप को बैंक से लोन क्यों लेना है या फिर इसी बैंक से लोन क्यों लेना है तो आपको हर एक सवाल का जवाब सोच समझ कर अच्छे से पूरे कॉन्फिडेंस के साथ देना है।
कौन कौन से सवाल बैंक मैनेजर से पूछने हैं?
बैंक मैनेजर आपसे कई सारे सवाल पूछ सकता है जैसे कि आप कहां रहते हैं, यदि आप यहां लोकल नहीं रहते तो आप यहीं से लोन क्यों ले रहे हैं, आपको लोन की आवश्यकता क्यों है, आप क्या काम करते हैं, आप कितने साल से यहां रह रहे हैं, आपका और किस किस बैंक में खाता है, आपने और कहां-कहां से लोन ले रखे हैं।
इस तरह के सवाल एक बैंक मैनेजर आपसे पूछ सकता है. [bank se loan kaise liya jata hai]
ब्याज दर कितने प्रकार की होती है? Kinds of Charge of Curiosity
बैंक में ब्याज दर दो प्रकार के होते हैं:- Fastened और Floating
Fastened ब्याज दर में आपका ब्याज एक निश्चित अवधि के लिए [जैसे कि 1 साल] समान ही रहता है और Floating में जैसे-जैसे RBI रेपो रेट को कम या ज्यादा करता है, उसके अनुपात में बैंक भी अपना ब्याज कम या ज्यादा करता है तो आपके लोन पर लगने वाला ब्याज भी कम-ज्यादा होता रहता है. [bank se loan kaise liya jata hai]
रीपेमेंट पीरियड (Compensation Interval) क्या होता है?
रीपेमेंट पीरियड का मतलब है कि आप लिए गए लोन को कितने समय में पूरा चुका देंगे, ज्यादातर Loans का रीपेमेंट पीरियड 3 साल से 7 साल तक होता है लेकिन होम लोन के केस में यह रीपेमेंट पीरियड 30 साल तक का भी हो सकता है। [bank se loan kaise liya jata hai]
जितना लंबा रीपेमेंट पीरियड होता है उतनी ही कम आपकी किश्त बनती है और उतना ही ज्यादा आपका ब्याज लगता है।
गिरवी (Hypothecation) और साम्यिक बंधक (Equitable Mortgage) क्या होता है?
जब आप बैंक से कार लोन लेते हैं तो उसकी RC पर यानी कि उसके रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट पर फाइनेंसर का नाम चढ़ता है और इंश्योरेंस पर लिखा जाता है कि गाड़ी बैंक की हाइपोथैकेशन में है। हाइपोथैकेशन गिरवी रखने का एक प्रकार है जिसमें सामान लोन लेने वाले के पास ही रहता है लेकिन उस पर हक लोन देने वाले और लेने वाले दोनों का होता है.
इक्विटेबल मॉर्टगेज भी एक तरह का गिरवी रखने का प्रकार है जिसमें बैंक घर के सभी कागजात अपने पास लॉकर में संभाल कर रख लेता है और अपने रजिस्टर में सभी कागज और दस्तावेजों का ब्यौरा लिखकर रखता है।
बैंक इक्विटेबल मॉर्टगेज में रखी गई सभी प्रॉपर्टीज को सरकार के CERSAI पोर्टल में चढ़ाता है, जिससे वह प्रॉपर्टी और ज्यादा Protected हो जाती है। ऐसे कोई भी उस प्रॉपर्टी को दोबारा नहीं बेच सकता क्योंकि उस पर बैंक का cost चढ़ जाता है। [bank se loan kaise liya jata hai]
बैंक में गारंटर (Guarantor/ Assure) की जरूरत क्यों पड़ती है?
बैंक से लोन कैसे लिया जाता है [bank se loan kaise liya jata hai] यह समझने के लिए आपको यह भी समझना पड़ेगा कि बैंक में गारंटी की जरूरत क्यों पड़ती है?
कई सरकारी और निजी बैंक के ऐसे नियम है कि अगर आपकी महीने की इनकम 30,000 या 50,000 से कम है तो आपको बैंक में एक guarantor देना पड़ता है यह गारंटी आपका कोई अपना रिश्तेदार या कोई आपका दोस्त साथी भी दे सकता है।
यदि आप अपने लोन में किसी को गारंटर बना रहे हैं तो आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वह व्यक्ति किसी और के लोन में पहले से गारंटर ना हो। और उस गारंटर का क्रेडिट स्कोर और भी अच्छा होना चाहिए
बैंक से लोन कैसे पास होता है? पूरी प्रक्रिया (Mortgage Course of)
बैंक से लोन लेने की प्रक्रिया ऐसे है:-
- सबसे पहले आपको बैंक में जाकर लोन के लिए आवेदन देना पड़ता है
- आपकी लोन एप्लीकेशन के अनुसार बैंक मैनेजर आपसे जरूरी दस्तावेज मांगता है
- उन दस्तावेजों की जांच करने के बाद आपकी CIBIL निकाली जाती है
- यदि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो बैंक मैनेजर आपके घर या आपके ऑफिस Pre-Sanction go to के लिए आता है
- यदि आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है तो बैंक मैनेजर आपको फोन करके यह बता देता है कि आपका लोन नहीं हो सकता
- बैंक मैनेजर की go to के बाद आपकी फाइल तैयार होती है
- आपकी फाइल तैयार होने के बाद आपका लोन बैंक मैनेजर सैंक्शन [sanction] करता है
- लोन सैंक्शन होने के बाद आपको ब्रांच में डॉक्यूमेंटेशन [documentation] के लिए बुलाया जाता है. डॉक्यूमेंटेशन का मतलब है कि आपको कुछ स्टांप पेपर बैंक में लेकर जाने पड़ते हैं, कई बार यह स्टांप पेपर बैंक वाले भी आपको present कर देते हैं और आपको वह सभी एग्रीमेंट [agreements] साइन करने पड़ते हैं जो बैंक लोन देने के लिए देता है
- डॉक्यूमेंटेशन की प्रक्रिया के बाद आपका लोन खाता खोला जाता है
- लोन खाता खोलने के बाद आपके लोन खाते से प्रोसेसिंग फीस, डॉक्यूमेंटेशन फीस CIBIL charges काटी जाती है
- सभी तरह की फीस कटने के बाद आपका लोन अमाउंट आपके saving खाते में disburse कर दिया जाता है
- केवल पर्सनल लोन और एजुकेशन लोन में ही लोन अमाउंट आपके सेविंग खाते में डाला जाता है, बाकी सभी loans में mortgage अमाउंट सीधा वही ट्रांसफर किया जाता है जहां से आपने कुछ खरीदा है जैसे कि कार लोन के case में लोन अमाउंट का सारा पैसा सीधा कार डीलर के खाते में जाता है. [bank se loan kaise liya jata hai]
लोन (Mortgage) लेने के बाद किन बातों का ध्यान रखना होता है?
उम्मीद है आप यह अच्छे से समझ गए होंगे कि बैंक से लोन कैसे लिया जाता है [bank se loan kaise liya jata hai] चलिए अब समझ लेते हैं कि लोन लेने के बाद आपको निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए
- आपकी कोई EMI लेट ना हो, और सभी EMIs समय पर आपके लोन खाते में जमा हो जाए
- समय-समय पर आपको अपनी लोन अकाउंट स्टेटमेंट देखनी चाहिए, यदि उसमें ऐसा कोई cost लगा है जिसका आपको नहीं पता तो आपको अपने बैंक मैनेजर से उसके बारे में पूछना चाहिए
- हर महीने बैंक से एक स्टेटमेंट फ्री [Free] मिलती है इसलिए आपको हर महीने बैंक से अपने Mortgage अकाउंट की एक पूरी स्टेटमेंट लेनी चाहिए
- आपको इस बात का ख्याल रखना चाहिए कि स्टेटमेंट में कोई भी पेनल इंटरेस्ट [Penal Interest] ना लगा हो
- पेनल इंटरेस्ट [Penal Interest] लगने से आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है
Financial institution se mortgage kaise liya jata hai FAQs
बैंक से लोन लेने के लिए क्या करना पड़ेगा?
अगर आप बैंक से लोन लेना चाहते हैं तो आपके पास Native Deal with Proof होना चाहिए, Final 2 साल की इनकम टैक्स रिटर्न फाइल होनी चाहिए और आपकी महीने की इतनी इनकम होनी चाहिए जिसकी 40% राशि से आप लोन की किश्त चुका सकें
1 लाख लोन का ब्याज कितना है?
इसके लिए सबसे पहले यह पता होना चाहिए कि आप कौन सा लोन ले रहे हैं क्योंकि हर एक लोन पर अलग-अलग ब्याज लगता है और हर एक लोन का रीपेमेंट पीरियड भी अलग-अलग होता है उदाहरण के लिए अगर आप 1,00,000 का पर्सनल लोन लेते हैं 3 साल के लिए 9% के ब्याज पर तो आपको एक लाख पर 14480 के आसपास ब्याज देना पड़ेगा और आपकी महीने की ₹3180 की किश्त बनेगी
लोन कितने दिन में पास हो जाता है?
लोन कितने दिन में पास हो जाता है यह लोन के प्रकार पर निर्भर करता है यदि आप Automotive Mortgage लेते हैं तो वह 1 दिन में ही पास हो जाता है यदि आप एजुकेशन लोन लेते हैं तो उसके लिए आपको कम से कम 10-15 दिन इंतजार करना पड़ता है और यदि आप कोई बिजनेस लोन या फिर होम लोन लेते हैं तो उसमें भी आप को कम से कम हफ्ते 2 हफ्ते का समय लग सकता है
आधार कार्ड पर कितना लोन मिल सकता है?
सिर्फ आधार कार्ड देकर आपको किसी सरकारी या निजी बैंक से कोई लोन नहीं मिलता है। बहुत सारी प्राइवेट ऐप्स है जो यह फैसिलिटी देती है लेकिन हमें इनके झांसे में नहीं फंसना चाहिए क्योंकि यह लोग फ्रॉड होते हैं। यदि आप किसी सरकारी या निजी बैंक से अपने आधार कार्ड और पैन कार्ड पर डिजिटल पर्सनल लोन लेते हैं तो आपको आपकी इनकम के अनुसार 10,00,000 तक का लोन मिल सकता है
तुरंत लोन कौन सी कंपनी देती है?
आजकल सभी सरकारी बैंक और प्राइवेट बैंक Pre-Authorized Private Mortgage देती है जोकि चंद मिनटों में ही approve हो जाता है. कई ऐसी प्राइवेट ऐप्स है जो आपको 2 मिनट में लोन देने का वादा करती हैं लेकिन हमें ऐसी ऐप से लोन लेने से बचना चाहिए क्योंकि यह ऐप आपके फोन का पर्सनल डाटा चुराती है और फिर आपको किश्त ना भरने पर ब्लैकमेल करती हैं
तुरंत पैसा चाहिए तो क्या करें?
अगर आपको तुरंत पैसा चाहिए और आपके पास कोई FD है तो आप उस FD के in opposition to लोन ले सकते हैं और यदि आपके पास कुछ भी नहीं है तो आप अपने किसी यार दोस्त से पैसे उधार ले सकते हैं लेकिन किसी भी कीमत पर आपको किसी प्राइवेट और फ्रॉड ऐप से लोन नहीं लेना चाहिए
महिलाओं के लिए सबसे अच्छा लोन कौन सा है?
महिलाओं के लिए सबसे अच्छा लोन है मुद्रा लोन, गोल्ड लोन और एफडी पर ओवरड्राफ्ट
सिबिल स्कोर कितना होना चाहिए?
650 से ऊपर का CIBIL स्कोर अच्छा क्रेडिट स्कोर माना जाता है
खाता NPA कब होता है ?
NPA का मतलब होता है ऐसे खाते जिनमें 90 दिन से मूल और ब्याज में से कुछ भी ना आया हो यदि आपके लोन खाते में मूल और ब्याज में से कुछ भी 90 दिन तक नहीं आता तो आपका खाता NPA हो जाता है इससे आपकी CIBIL खराब हो जाती है और फिर कोई भी बैंक आपको आसानी से लोन नहीं देता