SBI से एजुकेशन लोन कैसे ले? Information 2024

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साल 2024 में अगर आप अपने या अपने बच्चे के लिए SBI से एजुकेशन लोन लेना चाहते हैं, तो मैं आपको इस article में विस्तार से बताऊंगा की एजुकेशन लोन कैसे मिलता है? एजुकेशन लोन पर इंटरेस्ट रेट SBI में कितना है?

इसके साथ ही कुछ और प्रश्नों के उत्तर आपको यहीं मिल जायेंगे। जैसे की –

विद्या लक्ष्मी एजुकेशन लोन स्कीम क्या है?

विद्या लक्ष्मी पोर्टल से एजुकेशन लोन कैसे apply करते हैं?

एजुकेशन लोन में कितना पैसा मिल सकता है?

एजुकेशन लोन न चुकाने पर क्या होता है?

मुझे एसबीआई (SBI) की एक ग्रामीण बैंक में बतौर अधिकारी 2 साल ऋण विभाग में काम करने का जब अवसर मिला था, तब मेरे पास 2 साल में लगभग 29 एजुकेशन लोन की purposes आयी थी। जिसमें से मैंने सिर्फ 14 ऋणों को मंजूरी दी थी, क्योंकि बाकी purposes योग्य ही नहीं थी।

तो चलिए अब जल्दी से देख लेते हैं आपको एजुकेशन लोन कैसे मिलेगा और कौन से ऐसे कारण हैं जिनके चलते आपकी एजुकेशन लोन की एप्लीकेशन रद्द हो सकती है।

एजुकेशन लोन किस प्रकार का लोन है?

शिक्षा हर किसी का जन्म सिद्ध अधिकार है इसीलिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 20,00,000 तक के एजुकेशन लोन को Precedence Sector में रखा है,  जिसका मतलब है कि बाकी सभी लोन से पहले एजुकेशन लोन को प्राथमिकता दी जाएगी

जिस प्रकार कार खरीदने के लिए बैंक लोन देता है, घर खरीदने या बनाने के लिए बैंक लोन देता है, अपना कोई बिजनेस खड़ा करने के लिए बैंक लोन देता है, शादी-ब्याह या इलाज खर्च के लिए बैंक लोन देता है उसी तरह से बच्चों की पढ़ाई  के लिए भी बैंक लोन देता है उसी को एजुकेशन लोन कहते हैं।

जब तक बच्चे की पढ़ाई चलती है तब तक बैंक बच्चे से कोई किश्त (Instalment) नहीं लेता और पढ़ाई पूरी होने के बाद भी ज्यादा से ज्यादा 1 साल तक या फिर नौकरी लगने तक बैंक बच्चे से कोई किश्त नहीं लेता।

SBI से एजुकेशन लोन कौन ले सकता है

यदि आप एक विद्यार्थी हैं और अभी-अभी आपने 12वीं की है, और आप आगे पढ़ना चाहते हैं,  डिप्लोमा, डिग्री या कोई स्पेशल कोर्स करना चाहते हैं तो आपके मन ये सवाल ज़रूर आ रहा होगा की – 12वीं के बाद एजुकेशन लोन कैसे लें? तो आप भारतीय स्टेट बैंक से आसानी से लोन ले सकते हैं।

अगर आप एक डॉक्टर बनना चाहते हैं या फिर हाईली स्किल्ड इंजीनियर बनना चाहते हैं, वकील बनना चाहते हैं या जो भी आपका मन हो तो आप एसबीआई से भी एजुकेशन लोन ले सकते हैं क्योंकि एसबीआई देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है और यह भारत में तथा विदेश में पढ़ने के लिए बच्चों को एजुकेशन लोन देता है।

SBI से एजुकेशन लोन के लिए योग्यता

एजुकेशन लोन लेने के लिए सबसे पहली शर्त है कि आप की नागरिकता भारतीय होनी चाहिए।

आपकी कम से कम 16 और ज्यादा से ज्यादा 35 साल की उम्र होनी चाहिए।

अगर आप कोई फुल टाइम कोर्स करने के लिए एजुकेशन लोन ले रहे हैं तो उसमें को-एप्लीकेंट रखना जरूरी होता है।

यह को-एप्लीकेंट क्या होता है?
को-एप्लीकेंट का मतलब है वह व्यक्ति जो आपके साथ लोन में साझेदार बनेगा और यह आपके सिर्फ Mother and father ही हो सकते हैं।
को-एप्लीकेंट इसलिए जरूरी होता है क्योंकि एक बच्चे के पास कोई भी revenue का supply नहीं होता, इनकम का supply बनाने के लिए ही वह एजुकेशन लोन लेता है ताकि उसके बाद उसकी नौकरी लग जाए, इसलिए लोन देने के लिए उसके Mother and father की इनकम को contemplate किया जाता है या यूँ कहें की योग्यता निर्धारित करने के लिए calculate किया जाता है।

10वीं, 12वीं या ग्रेजुएशन में अंक

आप के 10वीं 12वीं या फिर ग्रेजुएशन में कम से कम 60% अंक होने चाहिए और आपने  बारवी या डिग्री, भारत की एक प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से की होनी चाहिए 

भारत में एजुकेशन लोन के लिए पात्र पाठ्यक्रम

  1. स्नातक, पोस्ट-ग्रेजुएशन सहित ऐसे सभी नियमित तकनीकी और पेशेवर डिग्री/डिप्लोमा पाठ्यक्रम जो UGC/AICTE/IMC/Govt. द्वारा मान्यता प्राप्त करने वाले कॉलेज/विश्वविद्यालयों द्वारा आयोजित होते हैं, ऐसे स्वतंत्र संस्थानों जैसे IIT, IIM द्वारा आयोजित नियमित डिग्री/डिप्लोमा पाठ्यक्रम।
  2. केंद्र सरकार या राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त शिक्षक प्रशिक्षण/नर्सिंग पाठ्यक्रम।
  3. नियमित डिग्री/डिप्लोमा पाठ्यक्रम जैसे एयरोनॉटिकल, पायलट प्रशिक्षण, शिपिंग, आदि, जो सिविल एविएशन/शिपिंग/संबंधित नियामक प्राधिकृति द्वारा मान्यता प्राप्त हो।

विदेश के लिए पात्र पाठ्यक्रम

  1. नौकरी के ओरिएंटेड पेशेवर/तकनीकी स्नातक डिग्री पाठ्यक्रम/पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री और डिप्लोमा पाठ्यक्रम जैसे एमसीए, एमबीए, एमएस, आदि, जो प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों द्वारा प्रदान किए जाते हैं।
  2. CIMA (Chartered Institute of Administration Accountants) द्वारा आयोजित पाठ्यक्रम, CPA (सर्टीफाइड पब्लिक एकाउंटेंट) यूएसए आदि।

एजुकेशन लोन में क्या-क्या cowl होता है?

  1. कॉलेज स्कूल या हॉस्टल की फीस।
  2. परीक्षाओं, लाइब्रेरी और लैबोरेट्री की फीस।
  3. किताबें, पढ़ाई का सामान, यूनिफार्म और कंप्यूटर खरीदने के लिए (यह खर्च टोटल ट्यूशन फीस का अधिकतम 20% ही हो सकता है)
  4. Warning डिपॉजिट, बिल्डिंग फंड और रिफंडेबल डिपॉजिट के लिए (यह खर्च अधिकतम टोटल ट्यूशन फीस का अधिकतम 10% ही हो सकता है)
  5. विदेश में पढ़ाई करने के लिए जो यात्रा पर पैसे खर्च होते हैं।
  6. रुपए 50, 000 तक  का दुपहिया वाहन खरीदने के लिए

और उन सभी खर्चों के लिए जिनसे कोर्स पूरा किया जाना है जैसे कि स्टडी टूर, प्रोजेक्ट वर्क इत्यादि।

एसबीआई से एजुकेशन लोन के प्रकार

State Financial institution of India (SBI) विभिन्न प्रकार के शिक्षा ऋण प्रदान करता है जो छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए हैं। यहां कुछ सामान्य प्रकार के एसबीआई एजुकेशन लोन दिए जा रहे हैं:

SBI Scholar Mortgage Scheme

यह लोन उन भारतीय विद्यार्थियों को दिया जाता है जो भारत में या फिर विदेश में रहकर डिग्री या पोस्ट ग्रेजुएशन या फिर कोई स्पेशल कोर्स करना चाहते हैं और उन्होंने अपना दाखिला सुनिश्चित कर लिया है। इसमें शिक्षा शुल्क, परीक्षा शुल्क, पुस्तकों की लागत, और अन्य आवश्यक खर्चों को कवर किया जाता है।

SBI Scholar Loans (Together with  TAKEOVER and PART-TIME COURSES for choose institutes)

यह लोन उन भारतीय विद्यार्थियों को दिया जाता है जिन्होंने देश के प्रीमियर संस्थानों में जैसे कि IITs, IIMs , NITs में दाखिला सुनिश्चित कर लिया है यानी इसे प्रसिद्ध संस्थानों में प्रवेश प्राप्त करने वाले प्रतिष्ठानुसारी छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है। ऋण में शिक्षा शुल्क, होस्टल शुल्क, परीक्षा शुल्क, और अन्य संबंधित खर्च शामिल हैं।

SBI Talent Mortgage scheme

यह लोन उन भारतीयों को दिया जाता है जो भारत में रहकर स्किल डेवलपमेंट कोर्स करना चाहते हैं। इस ऋण को व्यावसायिक प्रशिक्षण कोर्स या राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) द्वारा मान्यता प्राप्त की गई है, और यह कौशल विकास के कोर्स के लिए प्रदान किया जाता है।

Research Overseas SBI Training Mortgage

यह लोन उन भारतीय विद्यार्थियों को दिया जाता है जो रेगुलर ग्रैजुएट डिग्री, पोस्टग्रेजुएट डिग्री या कोई सर्टिफिकेट, कोई डॉक्टरेट कोर्स विदेश में जाकर करना चाहते हैं। इसे विशेष रूप से विदेशी संस्थानों में स्नातक और पोस्टग्रेजुएट कोर्सेज के लिए प्रवेश प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है।

इसमें शिक्षा शुल्क, परीक्षा शुल्क, यात्रा खर्च और अन्य संबंधित खर्चों को कवर किया जाता है।

 इसमें USA, UK, Canada, Australia, Singapore, Japan, Hong Kong, New Zealand and Europe [Austria, Belgium, Czech Republic, Denmark, Estonia, Finland, France, Germany, Greece, Ireland, Italy, Netherlands, Norway, Poland, Portugal, Russia, Spain, Sweden, Switzerland, United Kingdom की यूनिवर्सिटी शामिल है

Takeover Of Education Loans

यदि आपका एजुकेशन लोन किसी और बैंक से चल रहा है और आप सोच रहे हैं की एसबीआई से एजुकेशन लोन कैसे लें? तो आप एसबीआई में अपना एजुकेशन लोन इस स्कीम में ट्रांसफर कर सकते हैं।

इस योजना के तहत, एसबीआई अन्य बैंकों या वित्तीय संस्थानों से मौजूदा शिक्षा ऋण को स्वीकृति कर सकता है। ऋणी एसबीआई के प्रतिस्पर्धी ब्याज दर और अन्य विशेषताओं से लाभान्वित हो सकते हैं।

SBI Global ED-Vantage Scheme

यह लोग उन विद्यार्थियों को दिया जाता है जो विदेश में फुल टाइम रेगुलर कोर्स करना चाहते हैं।

इसे विशेष रूप से विदेशी संस्थानों में स्नातक और पोस्टग्रेजुएट कोर्सेज के लिए प्रवेश प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है।
इसमें शिक्षा शुल्क, परीक्षा शुल्क, यात्रा खर्च और अन्य संबंधित खर्चों को कवर किया जाता है।

Shaurya Education Loan

यह लोन DSP/ICGSP के रैंक के अफसरों के बच्चों के लिए है। यदि वे भारत में या फिर देश में पढ़ना चाहते हैं तो वे शौर्य एजुकेशन लोन ले सकते हैं।

पढ़ाई के लिए लोन कितना मिल सकता है?

Sr no SBI Education Loan Scheme Maximum Loan Amt
1 Student Loan Scheme Rs. 50.00 lakhs
2 Scholar Loans Scheme Rs. 40.00 lakhs
3 Skill Loan Scheme Rs. 1.50 lakhs
4 Studies Abroad Rs. 1.50 crores
5 Takeover of Education loans Rs. 1.50 crores
6 Global ED-Vantage Scheme Rs. 1.50 crores
7 Shaurya SBI Education Loan Rs. 1.50 crores
Table – Showing Maximum Loan amount for each scheme of SBI Education Loan

एजुकेशन लोन पर इंटरेस्ट रेट SBI में कितना है?

Sr no SBI Education Loan Scheme Minimum Interest Rate Max. Interest Rate
1 Student Loan Scheme* 11.15% 11.15%
2 Scholar Loans Scheme 8.55% 10.05%
3 Skill Loan Scheme 10.65% 10.65%
4 Studies Abroad* 11.15% 11.15%
5 Takeover of Education loans* 11.15% 11.15%
6 Global ED-Vantage Scheme* 11.15% 11.15%
7 Shaurya SBI Education Loan* 11.15% 11.15%
Table – Showing Interest Rates for Various Education Loan Schemes by SBI

यह सभी इंटरेस्ट रेट्स एसबीआई की ऑफिशियल वेबसाइट से लिए गए हैं और यह Jan 2024 तक अपडेट है

*छात्राओं को 0.50% की विशेष रियायत प्रदान की जाएगी

*0.50% की अधिकतम छूट दी जाएगी यदि किसी विद्यार्थी ने कोई लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी ले रखी हो और वह उसे बैंक में जमा करवाएं या फिर वह एसबीआई  ऋण रक्षा लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी ले

एजुकेशन लोन का भुगतान कैसे होगा ?

रीपेमेंट पीरियड का मतलब होता है कि आप लोन लेने के बाद उसे कितने महीनों में बैंक को ब्याज सहित चुका देंगे।

Sr no Scheme Repayment Period
1 Student Loan Scheme up to 15 years after Course Period + 12 months of repayment holiday (moratorium)
2 Scholar Loans Scheme up to 15 years after Course Period + 12 months of repayment holiday (moratorium)
3 Skill Loan Scheme from 3 years to 7 years
4 Studies Abroad* up to 15 years after Course Period + 6 months of repayment holiday (moratorium)
5 Takeover of Education loans* Existing repayment period + 12 months of moratorium
6 Global ED-Vantage Scheme* up to 15 years after Course Period + 6 months of repayment holiday (moratorium)
7 Shaurya SBI Education Loan* up to 15 years after Course Period + 6 months or 1 year after getting job, whichever is earlier
Table – Showing Repayment Period for Education Loan Schemes

एजुकेशन लोन में क्या क्या डॉक्यूमेंट चाहिए

  • 10वीं, 12वीं, स्नातक (यदि लागू हो), प्रवेश परीक्षा का परिणाम की मार्कशीट।
  • Proof of admission to the course [ Offer Letter/ Admission Letter/ ID card if available]
  • Schedule of bills for course
  • Copies of letters conferring scholarship, free-ship, and so forth.
  • Hole certificates, if relevant (self-declaration from pupil for hole in research)
  • Passport measurement images of Scholar / Father or mother / Co-borrower / Guarantor (1copy every)
  • Asset-Legal responsibility Assertion of Co-applicant / Guarantor (Relevant for loans above Rs 7.50 lacs)
  • For Salaried Individuals
    • Newest Wage Slip
    • Type 16 OR newest IT Return (ITR V)
  • For apart from Salaried Individual:
    • Enterprise handle proof (if relevant)
    • Newest IT Returns (if relevant)
  • Financial institution Account Assertion for the final six months of Father or mother / Guardian/ Guarantor
  • Copy of Sale Deed and different paperwork of title to property in respect of immovable property provided as collateral safety / Photocopy of Liquid Safety provided as collateral
  • Everlasting Account Quantity (PAN) of Scholar / Father or mother / Co-borrower / Guarantor
  • AADHAAR (necessary, if eligible underneath varied curiosity subsidy schemes of GOI)
  • Passport (necessary for Research Overseas)
  • Submission of OVD

इतना बिना गारंटी एजुकेशन लोन मिलता है

यदि आप 7.50 लाख तक का लोन लेते हैं तो आपको कोई कॉलेटरल सिक्योरिटी या फिर थर्ड पार्टी गारंटी नहीं देनी होगी।

 यदि आप 7.50 लाख  से ज्यादा का लोन लेते हैं तो आपको कॉल अटल सिक्योरिटी देनी होगी।

एसबीआई से एजुकेशन लोन लेने पर कितनी फीस लगती है

जब आप बैंक से ऋण (mortgage) लेते हैं और बैंक आपके ऋण के प्रोसेसिंग (processing) या संचालन के लिए एक निश्चित राशि को काटता है, तो इसे “प्रोसेसिंग चार्ज” कहा जाता है। यह राशि आपके ऋण के स्वीकृति और धन का संचालन करने के लिए बैंक द्वारा की जाती है।

  • Loans upto Rs. 20 lacs : NIL
  • Loans above Rs. 20 lacs: Rs. 10,000 (plus taxes)

मार्जिन अमाउंट वह राशि है जो ऋण लेने वाले को बैंक को अपनी तरफ से देनी होती है, जिससे बैंक ऋण प्रदान करने के लिए सुरक्षित रहे। यह एक प्रकार की सुरक्षा राशि होती है जो ऋण लेने वाले की व्यक्तिगत या व्यापारिक संपत्ति से जुड़ी होती है।

  • As much as Rs 4 Lacs – Nil
  • Above Rs 4 Lacs – 5% for research in India, 15% for research in overseas

एजुकेशन लोन इंटरेस्ट सब्सिडी

एजुकेशन लोन इंटरेस्ट सब्सिडी का मतलब होता है शिक्षा ऋण के ब्याज पर सब्सिडी। इसका अर्थ है कि बैंक द्वारा प्रदान किए जाने वाले शिक्षा ऋण के ब्याज में सुधार के लिए सरकार द्वारा एक प्रकार की आर्थिक सहायता का दिया जाना।

इससे छात्रों को एक आर्थिक सुरक्षा प्राप्त होती है और उन्हें शिक्षा के लिए ऋण लेने पर अधिक बोझ महसूस नहीं होता है। इस प्रकार की सब्सिडी के तहत, ब्याज की दरें कम हो सकती हैं या शिक्षा ऋण की ऐसी विशेष शर्तें हो सकती हैं, जो छात्रों को ऋण की वापसी में सहारा प्रदान करती हैं।

इससे छात्रों को शिक्षा के लिए ऋण लेने पर किए गए ब्याज भुगतान में छूट मिल जाती है और उन्हें आर्थिक दृष्टि से अधिक सुरक्षा मिलती है।

एजुकेशन लोन में 1%  की अतिरिक्त छूट

यदि आप एजुकेशन लोन में 1%  की अतिरिक्त छूट लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको बैंक को हर महीने केवल ब्याज की राशि देनी होगी। किसी भी एजुकेशन लोन में किश्तों का भुगतान छात्र की पढ़ाई पूरी होने के 1 साल के बाद या उसकी नौकरी लगने के बाद शुरू होता है। 

ऐसे में यदि कोई इस 4 साल और नौकरी लगने से पहले तक के समय में बैंक को केवल ब्याज की राशि देता रहता है तो लोन खत्म होने के बाद उसे 1% की छूट दी जाती है और जितना भी उसने ब्याज भरा है उसका 1% उसको वापस कर दिया जाता है।

क्रेडिट गारंटी फंड योजना (सीजीएफएसईएल) क्या है ?

शिक्षा ऋण के लिए क्रेडिट गारंटी फंड योजना (सीजीएफएसईएल) एक वित्तीय योजना है जो छात्रों को आर्थिक सहायता प्रदान करने का उद्देश्य रखती है। इसका मुख्य उद्देश्य शैक्षिक ऋण के लिए गारंटी प्रदान करके छात्रों को उच्च शिक्षा की दिशा में बढ़ने में सहायता करना है।

इस योजना के तहत, वित्तीय संस्थाओं को सरकार आवश्यक गारंटी प्रदान करती है, जिससे छात्रों को आसानी से शिक्षा ऋण मिल सकता है।

शिक्षा ऋण के लिए क्रेडिट गारंटी फंड योजना (सीजीएफएसईएल) 16.09.2015 को अधिसूचित की गई थी। इस योजना के अंतर्गत, केंद्र सरकार ने छात्रों को बिना किसी संपार्श्विक सुरक्षा और तीसरे पक्ष की गारंटी के लिए जा रहे शिक्षा ऋण के लिए एक न्यूनतम ब्याज दर और अधिकतम ऋण सीमा प्रदान की।

इस योजना के अंतर्गत, छात्रों को 7.5 लाख रुपये तक की गारंटी प्रदान की जाती है, जिससे वे शिक्षा के लिए ऋण प्राप्त कर सकते हैं। यह फंड विभाग के ट्रस्टी, नेशनल क्रेडिट गारंटी ट्रस्टी कंपनी लिमिटेड (एनसीजीटीसी) के माध्यम से डिफ़ॉल्ट राशि की 75% तक की सीमा तक गारंटी प्रदान करता है।

इस योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए कृपया यहां जाएं। छात्र द्वारा क्रेडिट गारंटी का लाभ उठाने के लिए आवश्यक कागजाती कार्रवाई उस बैंक द्वारा की जानी है जो छात्र को शिक्षा ऋण स्वीकृत कर रहा है।

विद्या लक्ष्मी पोर्टल

विद्या लक्ष्मी पोर्टल, एनएसडीएल ई-गवर्नेंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड द्वारा प्रबंधित एक शिक्षा ऋण पोर्टल है।

इस पोर्टल के तहत, कोई भी छात्र शिक्षा ऋण के लिए आवेदन कर सकता है। यह पोर्टल अनुसूचित बैंकों से जुड़ा हुआ है और बैंकों के लिए एक प्रवेश द्वार का कार्य करता है, जिसके माध्यम से छात्र आगे बढ़ सकते हैं। इस पोर्टल में ऋण आवेदन से लेकर ऋण की मंजूरी तक और उसकी ट्रैकिंग करने की सुविधा है।

FAQs

एजुकेशन लोन पर कितना ब्याज लगता है?

जनवरी 2024 तक एजुकेशन लोन पर 8% से 12% तक का ब्याज लग सकता है

पढ़ाई के लिए कौन सी बैंक लोन देती है?

पढ़ाई के लिए सभी बैंक लोन देती हैं क्योंकि एजुकेशन लोन आरबीआई के सर्कुलर के हिसाब से Precedence सेक्टर में आते हैं

एसबीआई बैंक से लोन लेने के लिए क्या करना पड़ेगा?

एसबीआई बैंक से लोन लेने के लिए आपको पहले विद्यालक्ष्मी पोर्टल पर अपनी एप्लीकेशन भरनी है उसके बाद उसका प्रिंट आउट लेकर और साथ में अपने पढ़ाई के सभी कागजात लगाकर बैंक जाकर बैंक मैनेजर से मिलना है

विदेश में शिक्षा ऋण पर किस बैंक की ब्याज दर सबसे कम है?

जनवरी 2024 तक विदेश में शिक्षा ऋण पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ब्याज दर सबसे कम है

2024 में स्टूडेंट लोन की ब्याज दरें क्या होंगी?

जनवरी 2024 तक स्टूडेंट लोन की ब्याज दरें 8% से 12% तक है

विदेश में पढ़ाई के लिए मुझे भारत में कितना स्टूडेंट लोन मिल सकता है?

विदेश में पढ़ाई के लिए आपको स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से 1.50 करोड़ तक का लोन मिल सकता है

स्टूडेंट लोन की अधिकतम राशि कितनी है?

स्टूडेंट लोन की अधिकतम राशि  स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में 1.50 करोड़ तक हो सकती है

भारत में एजुकेशन लोन क्या है?

भारत में 20,00,000 तक के एजुकेशन लोन Priortiy सेक्टर में आते हैं

क्या एजुकेशन लोन भारत में रहने का खर्च कवर करता है?

किसी भी एजुकेशन लोन में ट्यूशन फीस के साथ साथ रहने का खर्च भी शामिल होता है

छात्र ऋण पर एक अच्छी ब्याज दर क्या है?

छात्र ऋण पर एक अच्छी ब्याज दर 8% से 10% तक है. और यदि आप समय पर  ऋण के केवल ब्याज का भुगतान करते रहते हैं तो पूरा  ऋण खत्म होने के बाद आपको 1% तक की और छूट बैंक की तरफ से दी जाती है

स्टूडेंट लोन का ब्याज इतना ज्यादा क्यों है?

स्टूडेंट लोन का ब्याज इतना ज्यादा इसलिए होता है क्योंकि जब तक एक स्टूडेंट पढ़ाई करता है तब तक बैंक उससे कोई भी किश्त नहीं लेता जबकि बाकी दूसरे लोन में किश्त हर महीने देनी होती है.  स्टूडेंट की पढ़ाई होने के बाद 1 साल तक या फिर उसकी जॉब लगने तक बैंक स्टूडेंट से कोई किश्त नहीं लेता इसलिए स्टूडेंट लोन पर ब्याज ज्यादा होता है



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